Saharanpur

Mar 14 2024, 19:22

पुलिस ने लोकसभा चुनाव से पहले एक अवैध तमंचा फैक्ट्री पकड़ी

सहारनपुर पुलिस ने लोकसभा चुनाव से पहले एक अवैध तमंचा फैक्ट्री पकड़ी है। पुलिस ने चार अभियुक्तों को अरेस्ट किया है। अभियुक्तों के पास से 20 से अधिक बने और अधबने तमंचे बरामद हुए। पुलिस को मौके से तमंचा बनाने के उपकरण भी बरामद हुए है। आरोपी चुनाव में कुछ बड़ा करने की फिराक में थे।

पुलिस लाइन सभागार में एसपी देहात सागर जैन ने बताया, थाना नकुड़ पुलिस ने चेकिंग के दौरान मुकुल, कृष्णपाल, उत्तम को गंगोह तिरहे से अवैध तमंचे के साथ अरेस्ट किया। पुलिस ने अवैध तमंचों को आरोपियों से पूछताछ की। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह 14 मार्च को मुर्तजा नामक व्यक्ति से तमंचे लेकर आए है।

थाना नकुड़ पुलिस ने गांव आसराखेड़ी के जंगल में एक भट्‌टे छापेमारी की। बंद पड़े ईंट भट्‌टे में अवैध रूप से तमंचा फैक्ट्री चल रही थी। पुलिस ने मौके से मुर्तजा को अरेस्ट कर लिया। जबकि एक आरोपी आशु भागने में कामयाब हो गया। अवैध तमंचा फैक्ट्री से तीन देशी बंदूक 12 बोर, दो देशी बंदूक 315 बोर, 5 तमंचे 12 बोर, 6 अधबने तमंचे 12 बोर, एक अधबना तमंचा 315 बोर, एक नाल अधबना 12 बोर तमंचा और अन्य अवैध हथियार बरामद हुए है।

चुनाव में सप्लाई करने थे हथियार

पुलिस के अनुसार, आगामी लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर अवैध तमंचा फैक्ट्री पकड़ी गई है। करीब डेढ़ माह से यह फैक्ट्री चल रही थी। पुलिस ने जिन चारों आरोपियों को अरेस्ट किया है। उसमें से तीन अभियुक्त पहले भी जेल जा चुके हैं। अभियुक्त उत्तम को छोड़कर तीनों पर पूर्व में भी मुकदमा दर्ज है। पुलिस के अनुसार, अभियुक्तों को आगामी चुनाव को लेकर अवैध तमंचों का ऑर्डर मिला था। जिससे चुनाव प्रभावित हो सकता था। हालांकि पुलिस इसको लेकर पूछताछ कर रही है।

मुर्तजा और आशु मुख्य आरोपी

पुलिस के अनुसार, अभियुक्त मुर्तजा और आशु मुख्य अभियुक्त है। मुर्तजा को अरेस्ट कर लिया है। जबकि आशु भागने में कामयाब हो गया है। अभियुक्त मुर्तजा और आशु पहले भी जेल जा चुके हैं। मुर्तजा 2022 के विधानसभा चुनाव के मतदान से ठीक पहले अरेस्ट हुआ था। जेल से निकलने के बाद फिर से उसने तमंचा बनाना शुरू कर दिया।

8 हजार में बेचते थे अवैध तमंचा

पुलिस को पूछताछ में आरोपियों ने बताया, वह अवैध शस्त्र बनाने व बेचने के कारोबार में लिप्त हैं। अवैध हथियार बनाने के लिए कच्चा माल यानी लोहा हरियाणा के यमुनानगर और जलालाबाद से लाते हैं। एक तमंचा तैयार करने में 1500 से 2000 हजार रुपए की लागत आती है। हथियारों को 14 से 15 हजार रुपए में बेचते थे। अभी कुछ ही जगहों पर अवैध तमंचे भेजे हैं। आरोपी मुर्तजा ने बताया कि उसको अवैध तमंचों को बेचकर अच्छी आमदनी हो जाती है। इन्हीं पैसों से वह ऐशो आराम की जिंदगी बिताता है। उसे तमंचा बनाना ही आता है।

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Mar 07 2024, 19:08

सहारनपुर में किशोरी के साथ दुष्कर्म

अंकुर सैनी,सहारनपुर। जिले में एक नाबालिग बच्ची से रेप का मामला सामने आया है। नाबालिग देर रात से गायब थी। सुबह नाबालिग बेसुध अवस्था में कोलागढ़ के जंगल में मिली है। मामला थाना कुतुबशेर का है।

कुतुबशेर थानाक्षेत्र की एक कालोनी से बुधवार की देर रात करीब आठ बजे एक नो साल की बच्ची का अपहरण कर लिया गया। बच्ची को कोलागढ़ के जंगल में ले जाकर दुष्कर्म किया गया। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस अभी यह भी जांच कर रही है कि दुष्कर्म हुआ है या सामूहिक दुष्कर्म। फिलहाल बच्ची को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां पर उसका उपचार चल रहा है।

मूल रूप से कुतुबशेर थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली नो साल की बच्ची तीन दिन पहले अपनी मां के साथ कुतुबशेर थाना क्षेत्र की ही एक कॉलोनी में अपनी मौसी के घर आई थी। बुधवार की शाम बच्ची अपने मौसी के घर के सामने खेल रही थी। इसी दौरान बच्ची गायब हो गई।

बच्ची के साथ खेल रहे अन्य बच्चों से जब परिजनों ने पूछताछ की। उन्होंने बताया कि वह दुकान पर खाने का सामान लेने के लिए गई थी। दुकानदार ने बताया कि बच्ची सामान लेकर यहां से चली गई थी। जिसके बाद परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। परिजन उसकी तलाश करते-करते कोलागढ़ के जंगल में पहुंच गए। जहां पर बच्ची नग्न अवस्था में बेहोशी की हालत में पड़ी हुई थी।

इसके बाद पुलिस की मदद से बच्ची को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। कुतुबशेर थाना प्रभारी सुनील नागर ने बताया कि बच्ची के पिता की तरफ से अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। बच्ची को ले जाने वाले की तलाश में सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही है। जल्दी ही आरोपी एक हो या दो हो उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।

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Mar 02 2024, 16:48

*भाजपा ने संकल्प पत्र के लिए जनता से मांगा सुझाव, सुझाव पेटी और मिस्ड कॉल नंबर जारी, 10 मार्च तक चलेगा अभियान*

सहारनपुर- महानगर प्रभारी वाईपी सिंह ने कहा, भाजपा ने जनता से संकल्प पत्र के लिए सुझाव लिए जाएंगे। यह अभियान 10 मार्च तक चलेगा। भाजपा ने संकल्प पत्र के लिए सुझाव पेटी और मिस्ड कॉल नंबर 9090902024 भी जारी किया है। उन्होंने कहा, पूरे देश में ''विकसित भारत मोदी की गारंटी'' अभियान चलाया जाएगा।

लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने दिल्ली पर एक चुनाव कार्यालय बनाया है। कार्यालय में भाजपा नेताओं ने सरकारी योजनाओं को बखान किया। वाईपी सिंह ने कहा, भाजपा केंद्र में तीसरी बार सरकार बनाने के लिए जुट गईहै। चार मार्च से भाजपा ''विकसित भारत मोदी की गारंटी'' अभियान शुरू करेगी। जनता से संकल्प पत्र के लिए सुझाव लिए जाएंगे।

वाईपी सिंह ने कहा, अभियान के दौरान जनता से मिलने वाले सुझावों को इसी साल होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए पार्टी के संकल्प पत्र में शामिल किया जाएगा। अभियान के अंतर्गत जनता को मोदी सरकार की बीते 10 वर्षों की उपलब्धियों से अवगत कराया जाएगा।

अभियान में पार्टी के विभिन्न प्रकोष्ठों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। सभी प्रकोष्ठ प्रदेश, जिला, विधानसभा स्तर पर संबंधित व्यावसायिक समूहों के साथ समाज के विभिन्न वर्गों से परिचर्चा एवं संवाद के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। नमो एप के माध्यम से 10 करोड़ ब्रांड एंबेसडर बनाए जाएंगे। देशभर से संकल्प पत्र के लिए एक करोड़ सुझाव लिए जाएंगे।

उन्होंने कहा, पीएम नरेंद्र मोदी 'विकसित भारत मोदी की गारंटी' अभियान को जम्मू-कश्मीर से लांच कर चुके हैं। मध्य प्रदेश में भी यह अभियान लांच हो चुका है। अब इसे जिला, लोकसभा और विधानसभा स्तर पर लांच किया जाएगा। सबसे पहले इस अभियान के संबंध में प्रत्येक विधानसभा, जिला एवं लोकसभा में पत्रकार वार्ताओं का आयोजन किया जाएगा।

लोगों से सुझाव लेने के लिए विभिन्न स्थानों, पार्टी की बैठकों, कार्यक्रमों में सुझाव पेटियां लगाई जाएंगी। इसके अलावा 9090902024 पर मिस्ड कॉल करके अथवा नमो एप डाउनलोड करके भी लोग अपने सुझाव दे सकेंगे।

अभियान के दौरान एलईडी प्रचार रथ घूमेंगे। छोटी-छोटी नुक्कड़ सभाओं का आयोजन कर लोगों से उनके सुझाव लिए जाएंगे। पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा बूथ स्तर पर प्रत्यक्ष जनसंपर्क के माध्यम से भी लोगों से सुझाव लिए जाएंगे।

उन्होंने बताया कि 15 मार्च तक अभियान को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। उसके बाद सुझाव पत्रों को संकल्प पत्र के लिए भेजा जाएगा। अभियान 8 से 10 मार्च तक देश भर में घर-घर जनसंपर्क अभियान चलाया जाएगा। संकल्प पत्र में सुझावों के लिए आमजन से लेकर खिलाड़ियों, वकीलों या अन्य समाज की प्रतिष्ठित संस्थाओं, व्यक्तियों के साथ गोष्ठी और संवाद किया जाएगा।

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Feb 17 2024, 13:21

*लोकसभा चुनाव से पहले समाजवादी-कांग्रेस-बसपा पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भाजपा की ली सदस्यता*

अंकुर सैनी

सहारनपुर- लोकसभा चुनाव से पहले सभी पार्टी की सरगर्मियां तेज हो गई है। हर पार्टी दल चुनाव से पहले अपनी पार्टी को मजबूत करने में लगा हुआ है और वहीं दूसरी पार्टी के पदाधिकारी कार्य करता नेताओं को अपनी पार्टी में जोड़ने और तोड़ कोशिश की जा रही है। वहीं अगर सहारनपुर की बात करें तो सहारनपुर में लगातार नेता कार्यकर्ताओं के द्वारा पार्टी बदलो अभियान जारी है। हर कोई इस समय भारतीय जनता पार्टी का दामन थामना चाहता है वही सहारनपुर में भी अन्य पार्टी के कार्यकर्ता नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन कर सदस्यता ली है।

सहारनपुर दिल्ली रोड़ स्थित गुर्जर भवन में भाजपा के द्वारा विधानसभा मिलन समारोह कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमे विभिन्न राजनैतिक दलों के नेतागणों ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ली, वही सहारनपुर थाना मंडी वार्ड 57 मेहंदी सराय से नादिर हसन ने बसपा पार्टी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए हैं। नादिर हसन ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी मात्र एक ऐसी पार्टी है जिसमें महिलाओं का सम्मान और हर वर्क के लोगों को बराबर समझा जाता है इसलिए भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन की है।

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Feb 17 2024, 13:19

*देशभर में सभी मुख्यालयों पर आंगनवाड़ी कर्मचारियों का प्रदर्शन, सहारनपुर में भी दिखा असर*

अंकुर सैनी

सहारनपुर- आंगनवाड़ी कर्मचारी यूनियन के बैनर तले धरना प्रदर्शन किया गया। संघ की जिला अध्यक्ष कुर्रत के नेतृत्व में सैंकड़ों आंगनवाड़ी, आशा वर्कर और रसोइयों ने अपने मानदेय की वृद्धि और परीक्षा न कराने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। कुर्रत ने कहा कि आंगनवाड़ी कर्मचारियों की मांगों को लेकर देशभर में सभी मुख्यालयों पर प्रदर्शन किया जा रहा है।

आंगनवाड़ी कर्मचारी यूनियन की जिलाध्यक्ष कुर्रत ने कहा कि आंगनबाड़ी वर्षों से सरकार का उत्पीड़न सहती आ रही हैं। अब सब्र का बांध टूट चुका है। आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों की परीक्षा कराए जाने को लेकर जो आदेश जारी हुआ है। वह सरासर नाइंसाफी है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक आंगनवाड़ियों ने अपनी जान जोखिम में डालकर कोरोना काल में भी काम किया। लेकिन अभी तक मानदेय देने के नाम पर उन्हें आश्वासन ही मिला है।

जिलाध्यक्ष ने कहा कि सभी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं, आशा कार्यकर्ताओं, मिड डे मील वर्कर्स और अन्य योजना कर्मियों को नियमित किया जाए। सरकारी कर्मचारियों की तरह सभी लाभों का भुगतान कराया जाए। वेतन वृद्धि के बाद भी अभी तक बढ़ा हुआ वेतन नहीं दिया जा रहा है। विभाग में कार्यकत्री सहायिकाओं का आर्थिक उत्पीड़न चरम सीमा पर है। बार-बार लिखित और मौखिक प्रार्थना पत्र दिए जाने के बाद भी जिलाधिकारी ने समस्या का समाधान कराने का आश्वासन दिया है,

जिला महामंत्री पूनम शर्मा ने सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने अपने चुनावी पत्र में सम्मान जनक मानदेय देने की बात कही थी। 2019 में केंद्र सरकार ने केवल 1500 रुपए बढ़ाया था। अर्थात 1500 रुपए राज्य सरकार और 4500 रुपए केंद्र सरकार देती है। 2021 में राज्य सरकार ने 500 रुपए मानदेय बढ़ाया था, जो आज तक नहीं मिला। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की ग्रेच्युटी पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश को तुरंत लागू करने की मांग की गई। उन्होंने अतिरिक्त कार्य बंद कराने की भी मांग की।

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Feb 13 2024, 16:12

सहारनपुर में दुल्हे को नशीला दूध पिलाकर दुल्हन फरार दुल्हे को बोली- राजा अब तुम सो जाओ, मैं हुई फुर्र...ढूंढने की कोशिश मत करना

अंकुर सैनी,सहारनपुर।यूपी में लुटरी दुल्हन लगातार ज्यादा उम्र के लोगों को अपना शिकार बना रही है। ऐसा ही एक मामला सहारनपुर में सामने आया है। एक दुल्हन अपने दुल्हे को दूध में नशीला पदार्थ पिलाकर रफूचक्कर हो गई। 6 फरवरी को शादी हुई थी।

दुल्हन अलमारी रखे जेवरात और नगदी लेकर फरार हुई है। अलमारी से 1.50 लाख रुपए भी गायब है। दुल्हा पक्ष ने थाने में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है। मामला थाना जनकपुरी के गांव सड़क दूधली का है।

6 फरवरी को हुई थी शादी

थाना जनकपुरी क्षेत्र के गांव सड़क दूधली के रहने वाले विनोद उर्फ बिट्‌टू पुत्र अनिल की शादी 6 फरवरी को हुई थी। गांव दाबकी गुर्जर के रहने वाले ओम प्रकाश की बेटी शिवानी के साथ हिंदू रीति-रिवाज के साथ हुई थी। फेरे ओर अन्य रस्मों के बाद दुल्हा अपनी दुल्हन को लेकर घर आया था। शादी को 6 दिन भी नहीं हुए थे, नई नवेली दुल्हन ने अपना रंग दिखा दिया।

अलमारी से 1.50 लाख और जेवरात गायब

पीड़ित दुल्हा पक्ष का कहना है कि 6 दिन के बाद यानी 11 फरवरी की रात को दुल्हा-दुल्हन एक कमरे में सोने के लिए चले गए थे। बाकी माता-पिता और तीन भाई अपने-अपने कमरों में जाकर सो गए। दुल्हे का कहना है कि रात के समय उसकी नई नवेली पत्नी ने उसे दूध लाने को कहा। दुल्हन रसोई में से दूध लेकर आई। उसमें कुछ नशे की चीज मिलाई हुई थी। जिसे पीते ही दुल्हा विनोद को नींद आ गई। वह सो गया।

नशे में वह कुछ बोलकर गई थी। आरोप है कि दुल्हन ने अलमारी से 1.50 लाख रुपए और जेवरात निकाले ओर फरार हो गई।

आंख खुली तो उड़ गए होश

दुल्हे विनोद ने बताया कि जब उसकी आंख खुली तो अलमारी खुली पड़ी थी। दुल्हन यानी उसकी पत्नी भी कमरे में नहीं थी। रात में ही उसने अपने परिवार के लोगों को उठाया। सारी बात बताई। परिजनों ने पहले दुल्हन के मायके पर फोन किया। लेकिन वह अपने घर भी नहीं पहुंची। दुल्हा पक्ष ने पुलिस को सूचना दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने छानबीन की और परिजनों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया है।

थाना जनकपुरी प्रभारी धर्मेंद्र गौतम का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। दुल्हन के परिजनों से भी संपर्क किया गया। पता चला है कि वह अपने मायके भी नहीं गई है। पुलिस मोबाइल फोन की कॉल डिटेल के आधार पर दुल्हन की तलाश कर रही है।

रिपोर्ट :

सहारनपुर

Saharanpur

Jan 27 2024, 16:48

*व्यापारी के घर में घुसकर 1 लाख 35 हज़ार की लूट, बदमाश बोले, हमें पैसों की जरूरत थी इसलिए घटना को दिया अंजाम*

रिपोर्ट : अंकुर सैनी

सहारनपुर - भाजपा नेता कृष्ण लाल ठक्कर के बड़े भाई के घर में लूट हुई है। चार बदमाशों ने पति-पत्नी को बंधक बनाकर 1 लाख 35 हज़ार रुपए की लूट की है। बदमाशों ने लूट करने के बाद हाथ जोड़कर माफी मांगी और कहा हमें पैसों की जरूरत थी इसलिए लूट की। हमें माफ कर देना। मामला थाना मंडी के मदन पुरी कॉलोनी का है।

थाना मंडी की मदन पुरी कॉलोनी में रहने वाले पूनम बेकरी के स्वामी युधिष्ठिर ठक्कर के घर पर देर रात को बदमाशों ने बंधक बनाकर लूट की। पीड़ित व्यापारी का कहना है देर रात करीब 12 बजे वह अपनी बेकरी से एक्टिवा से अपने घर आए थे। जैसे ही उन्होंने घर का दरवाजा खोला और एक्टिव घर में एंट्री की।

तभी दो बदमाश दरवाजे के रास्ते घर में एंट्री हो गए। पहले उन्होंने व्यापारी के जब से 35 हज़ार रुपए निकाले और उसके बाद दरवाजा बंद कर दोनों पति-पत्नी को बंधक बना लिया। विरोध करने पर व्यापारी के हाथ पर तमंचा की बट मार कर घायल कर दिया। व्यापारी के अनुसार दो बदमाश घर के बाहर पहरा दे रहे थे।

जबकि दो बदमाशों ने घर में रखे एक लाख रुपए और एक सोने की अंगूठी उठा ली। पीड़ित व्यापारी ने बताया कि बदमाश जाते समय माफी मांग रहे थे। जाते समय उन्होंने बोला की माताजी हमें माफ कर दीजिए। हमें पैसों की जरूरत है। इसीलिए यह घटना की है।

एसएसपी डॉक्टर विपिन ताडा का कहना है कि व्यापारी के साथ लूट हुई है। उनके घर में चार बदमाश घुसे थे और लूट की घटना को अंजाम दिया है। जल्दी घटना को खोल दिया जाएगा।

Saharanpur

Jan 25 2024, 10:36

*सचिन सिंह असिस्टेंट लेवर कमिश्नर बने,जानें क्यों*

यूपी सुल्तानपुर में आठ वर्षों से चकबंदी लेखपाल पद पर कार्य कर रहे सचिन सिंह ने साल भर सिपाही की नौकरी भी किया। दूसरे साल में उनका चयन चकबंदी लेखपाल के रूप में हुआ। लगातार 8 वर्षों से यहां सेवा देने के बाद अब PCS परीक्षा क्वॉलिफाई कर असिस्टेंट लेवर कमिश्नर की कुर्सी पर दिखाई देंगे। उनकी इस उपलब्धि पर परिवार में जश्न का माहौल है। बधाई देने वालों का घर पर लगा रहा तांता।

2016 में शुरू की थी चकबंदी लेखपाल की नौकरी लंभुआ तहसील के देवरी गांव निवासी रमाकांत सिंह का दो बेटे हैं। एक बेटी शिवानी सिंह का ब्याह हो चुका है और दामाद चंदौली में पीसीएस अधिकारी है। छोटा बेटा सारस्वत सिंह अर्थ शास्त्र में रिसर्च कर रहा। बड़ा बेटा सचिन सिंह काफी होनहार निकला। उसने बंसराज सिंह इंटर कॉलेज गौसैसिंहपुर जयसिंहपुर से 2009 में हाईस्कूल पास किया। इंटर मीडिएट उसने जीआईसी सुल्तानपुर से साल 2011 में पास की। इसके बाद 2014 में इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन कंप्लीट किया और अगले वर्ष में उसे गोंडा में सिपाही की जॉब मिल गई। एक वर्ष में ही उसका खाकी से मन ऊब गया और साल 2016 में उसने चकबंदी लेखपाल की नौकरी पकड़ ली।

ड्यूटी से लौटकर करता कमरे पर तैयारी आठ वर्षों से वो अंबेडकरनगर में नौकरी कर रहा। इसी दौरान उसने साल 2019 में एमए की परीक्षा प्राइवेट पास किया। सचिन ने बताया कि फिर वो पीसीएस परीक्षा की तैयारी स्वयं से करने लगा। दिन भर नौकरी करता शाम को लौटता तो फ्रेश होकर कमरे में ही किताब और लैपटॉप खोलकर बैठ जाता। रात 2-3 बजे जब आंखें नींद से भर आती तो किताब रखकर सो रहता। सुबह 9 बजे उठकर 10 बजे ड्यूटी पर चला जाता। लेकिना उसकी लगन ने उसे उसके मुकाम तक पहुंचा दिया।

पीसीएस मेन्स में उसने 6 प्रयास किए इस दौरान वो इंटरव्यू में तीसरे राउंड तक गया। और अब असिस्टेंट लेवर कमिश्नर के पद पर उसका चयन हुआ है। उसकी माता किरण सिंह क्षेत्र में ही आंगनबाड़ी कार्यकत्री व पिता एक प्राइवेट स्कूल में टीचर हैं। उन्होंने भी एमए बीएड कर रखा है। साल 2000 से 2005 तक वे देवरी के ग्राम प्रधान भी रह चुके हैं। अब बेटे की इस सफलता पर परिवार में खुशियों का ठिकाना नहीं है।

Saharanpur

Jan 25 2024, 10:34

*चौथा बेटा किया सब रजिस्ट्रार की कुर्सी हासिल,एक ही परिवार के बने 4 पीसीएस*

यूपी सुल्तानपुर जिले के कादीपुर में गांव बरवारीपुर के 'बंशराज द्विवेदी' परिवार हैं,जो LIC में कार्यरत हैं। लेकिन बच्चों को अच्छी शिक्षा दीक्षा दिलाना उनकी जिंदगी का बड़ा मकसद रहा। जो साकार भी ऐसा हुआ कि 5 बेटों में 3 के बाद चौथा बेटा भी PCS अधिकारी बन गया है। कहा जाता जा कि हिम्मत करने वालों की कभी हार नही होती।क्षेत्र में उनके परिवार को पीसीएस परिवार कहा जाता है। कल आए रिजल्ट में उनके चौथा बेटा शिवम द्विवेदी का चयन सब रजिस्ट्रार पद पर चयन हुआ है। ऐसे में परिवार में हर ओर हर्ष और उल्लास देखने को मिल रहा है।

कोई भाई डीपीआरओ तो कोई रेंज फॉरेस्ट ऑफिसर,और तो और तो कोई चकबंदी अधिकारी बंशराज द्विवेदी के बड़े पुत्र रविशंकर द्विवेदी पांच वर्षों से डीपीआरओ के पद पर हैं। वे अभी कौशांबी में तैनात हैं। उसके बाद के निखिल रेंज फॉरेस्ट ऑफिसर आजमगढ़ और उनके बाद के निर्भय द्विवेदी अमेठी में चकबंदी अधिकारी हैं। अब चौथे बेटे शिवम द्विवेदी का चयन सब रजिस्ट्रार पद पर हुआ है। शिवम द्विवेदी का चयन वर्ष 2021 में संघ लोकसेवा आयोग की परीक्षा में प्रवर्तन अधिकारी पद पर हुआ था। एक भाई इधर ही पढ़ रहा। दो बहनों में छोटी प्रिया द्विवेदी दिल्ली से यूपीएससी की तैयारी कर रही है।

इलेक्ट्रानिक की शिक्षा के साथ कर रखा है एलएलबी शिवम ने कादीपुर के सरस्वती शिशु विद्या मंदिर से हाईस्कूल की परीक्षा में 86 और इंटर में 91 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रानिक में ग्रेजुएशन किया। साल 2020 में उन्होंने एलएलबी भी पास किया। वाद-विवाद प्रतियोगिता यानी डिबेट चैपियन भी शिवम रह चुके हैं। शिवम ने बताया कि पीसीएस परीक्षा में मेन्स के बाद करीब 40 मिनट इंटरव्यू चला।

20 से अधिक सवाल हुए। स्मार्ट स्टडी है मस्त, सिर्फ कोचिंग में जाने से कोई फायदा नहीं मुझसे सवाल हुआ आपके ऊपर मंत्री दबाव बना रहे तो क्या करेंगे? इस पर मैने जवाब दिया मंत्री को पहले कांफिडेंस में लेंगे। कहूंगा पेपर वैरिफाई करा रहा हूं। उनसे संविधान की बात कहकर अपील करूंगा और अंत में सरकार की प्राथमिकता के आधार पर ही काम करूंगा। उन्होंने बताया कि मैने 6-8 घंटे स्टडी की। अब स्मार्ट स्टडी ज्यादा मस्त है। सिर्फ कोचिंग संस्थान में जाने से कोई फायदा नहीं। और सबसे बड़ी चीज धैर्य रखना होगा।

Saharanpur

Jan 25 2024, 10:33

*डिप्टी जेलर बनने से पहले पिता ने छोड़ा बेटा का साथ और विधवा मां दिया गम भुलाने का मौका,जिसे देख छलकी मां की आंखें*

सुलतानपुर । उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले के लंभुआ तहसील अंतर्गत बधूपुर गांव में एक मध्यम परिवार के रहने वाला सदानंद सिंह,पिता स्व. महेंद्र सिंह की अर्थी उठा कर दस दिन पहले इंटरव्यू देने गया। सदानंद से सवाल हुआ, 'राम भारतीय संस्कृति के प्रतीक हैं ? जवाब मिला भगवान राम का जीवन दर्शन ही दर्पण की तरह है।' यह हम नही कह रहे है। बल्कि होने वाले डिप्टी जेलर ने बताया स्वयं,इस जवाब पर उसे डिप्टी जेलर का पद मिल गया। बेटे की इस उपलब्धि पर विधवा मां के आंसू छलक उठे हैं।

KNIPSS से पास किया इंजीनियरिंग सदानंद ने साल 2009 में हाईस्कूल व 2011 में इंटरमीडिएट की परीक्षा स्वामी विवेकानंद विद्या आश्रय प्रयागराज से पास किया। मैट्रिक में उसे 77 प्रतिशत तो इंटर में 78 प्रतिशत अंक मिले। पांच वर्ष बाद 2016 में KNIPSS सुल्तानपुर से उसने इंजीनियरिंग की परीक्षा पास किया। फिर उसने परिवार की ही फर्म पर काम शुरू कर दिया। सपना था आफीसर बनने का तो उसने प्रयागराज में एक कमरा लेकर वही रह कर तैयारी शुरू कर दिया। बगैर किसी कोचिंग के वो नोट्स बनाता गया। मार्केट से किताबें लाता और उससे नोट्स बनाता। मोबाइल पर इंटरनेट सर्च करता। रोज आठ घंटे वो मेहनत करता। पीसीएस परीक्षा के पहले प्रयास में वो मेन्स तक पहुंच सका। लेकिन अब दूसरे प्रयास में मेन्स से आगे बढ़ा 11 जनवरी को इंटरव्यू की डेट आ गई।

2 जनवरी को पिता का निधन हो गया। इसी बीच भाग्य ने ऐसी पलटी मारी कि उसकी आंखों के सामने अंधेरा छा गया। इंटरव्यू से ठीक दस दिन पहले 2 जनवरी को पिता ने सदा के लिए हमेशा हमेशा के लिए आंखें बंद कर ली,उस समय सदानंद को लगा हमारे अब सपने टूट जाएंगे। लेकिन संयुक्त परिवार में बड़े पिता से लेकर चाचा और फिर मां और सभी बहनो ने हौसला बढ़ाया। आखिर उसने इंटरव्यू दिया,और फिर जब मंगलवार को रिजल्ट आया तो,उसकी आंखों से खुशी और गम दोनों के आंसू एक साथ बहने लगे। उपलब्धि पर जहां वो खुश था,वही पिता की उपस्थिति न होने का मलाल भी था साथ ही यह उपलब्धि भी दिखा पाने का भी मलाल रहा।

बड़ी बहन है प्राइमरी टीचर सदानंद दो भाई और दो बहन हैं। छोटे भाई ने ग्रेजुएशन कंप्लीट किया है तो दो सगी बहनों में बड़ी प्राइमरी टीचर और छोटी बहन सोशल वर्कर की तैयारी कर रही। मां रेखा सिंह गृहणी हैं। सदानंद के बड़े पिता वीरेंद्र प्रताप सिंह इंटर कॉलेज के रिटायर्ड टीचर हैं। पिता स्व. महेंद्र सिंह बिजनेसमैंन थे। ऐसे में अब वो रहे नहीं तो परिवार की जिम्मेदारी उसके कांधों पर आ गई है। सदानंद कहते हैं कि सभी के लिए बस एक संदेश है,ईमानदारी मेहनत का रास्ता पकड़े यही सफलता की सबसे बड़ी पूंजी है।